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Success in Interview is Possible Only With Confidence | आत्मविश्वास से ही संभव है साक्षात्कार में सफलता।

हर सफलता साक्षात्कार पर निर्भर करती है। और  साक्षात्कार आत्मविश्वास पर। अतः पूर्ण आत्मविश्वास से साक्षात्कार दे। सफलता अवश्य मिलेगी। 

वर्तमान प्रतियोगिता के युग में वैसे ही प्रतियोगिताएं परीक्षाएं काफी कठिन हो गयी है। ऐसे में यदि इनमें उत्तीर्ण हो भी जाए मगर साक्षात्कार में असफल हो जाए तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाता है। जबकि साक्षात्कार बहुत ही आसान होता है। इसमें शामिल सदस्यों का व्यवहार काफी सहयोगात्मक होता है। 


Success in Interview is Possible Only With Confidence  आत्मविश्वास से ही संभव है साक्षात्कार में सफलता।


साक्षात्कार का उद्देश्य उम्मीदवार के आत्मविश्वास का पता लगाना होता है ताकि वह अपनी जिम्मेदारी को सहजता से निभा सके। इसलिए साक्षात्कार में सफलता के लिए आत्मविश्वास सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। आत्मविश्वास के बल पर ही आप सफलता प्राप्त कर सकते है। 


आत्मविश्वास का अर्थ  ( Confidence Means ) :


आईये जाने की आखिर आत्मविश्वास है क्या , इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है एवं साक्षात्कार के दौरान इसकी क्या भूमिका होती है ?


आत्मविश्वास का अर्थ होता है अपने आप में पूर्ण  विश्वास स्वयं पर पूरा भरोसा। आत्मविश्वास किसी व्यक्ति का वह अंदरूनी एवं सर्वोपरि मार्गदर्शक बल होता है , जो उसे सफल भविष्य की ओर ले जाता है। आखिर इसे कैसे अर्जित किया जाए। 


आत्मविश्वास का विकास किसी व्यक्ति में रातोंरात नहीं बल्कि निरंतर प्रयास से ही हो सकता है। इसलिए सर्वप्रथम जरुरी है भय को अपने मन से निकाल देना क्योकि भय आपके साहस और तर्क शक्ति को पंगु बना देता है। भय मस्तिष्क के तनाव को बढ़ाता है। जो असफलता का मार्ग प्रस्तुत करता है। साक्षात्कार का सामना करने वाले उम्मीदवार को अपनी सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपने में विश्वास और साहसं पैदा कर के भय से छुटकारा पाना चाहिए। अपने आप को भय मुक्त रखना चाहिए। ताकि आत्मविश्वास उत्पन्न हो एवं आप सफलता प्राप्त कर सकें। 


इच्छा शक्ति ( Willpower) :


आत्मविश्वास दूसरा नाम है इच्छाशक्ति कहा जाता है की किसी व्यक्ति तक सफलता उसकी इच्छाशक्ति के माध्यम से ही पहुँचती है। यानी की जिस व्यक्ति इच्छाशक्ति दृढ होती है , वह असफलता को भी सफलता में बदल देता है। उम्मीदवारों को अपने अंदर दृढ इच्छाशक्ति पैदा करने का प्रयास करना चाहिए। ताकि उनमे हर परिस्थिति में अपनी सफलता सुनिश्चित करने का आत्मविश्वास पैदा कर सके। 


सकारात्मक सोचें  ( Think positively ) :


आत्मविश्वास प्राप्ति करने के लिए सकारात्मक प्रवृति का होना अत्यंत आवश्यक है। अतः साक्षात्कार में प्रश्नों का उत्तर  देते समय अपने आत्मविश्वास का परिचय देने के लिए अपनी बात पर उपयुक्त तरीके से जोर देना चाहिए क्योकि कई बार जवाब सही होने पर भी साक्षात्कार बोर्ड उसे गलत साबित करने की कोशिस करता है। ऐसे में आप को जवाब पर कायम रहना चाहिए। 


आपको अपनी मानसिक प्रवृत्ति का विकास इस प्रकार करना चाहिए की साक्षत्कार के समय बोर्ड को ऐसा लगे की आप निडरता से जवाब दे रहे है। अपने अंदर आत्मविश्वास जागृत करने के लिए सदैव सकारात्मक सोच रखना चाहिए। आत्मविश्वास अर्जित करने के लिए अपने गुणदोष का विश्लेषण कर के अपने व्यक्तित्व में निहित कमियों को दूर करना चाहिए। यदि आप शर्मीले है , किसी पूर्वाग्रह अथवा हीनभावना से ग्रस्त है तो उससे अपने आप को मुक्त करके आत्मविश्वास प्राप्त किया  सकता है।  


सर्वागीण ज्ञान ( All Round Knowledge ) :


इसके अलावा स्थायी एवं वर्तमान निवास स्थल की भौगोलिक , ऐतिहासिक एवं सांस्कृत महत्त्व की जानकारी अवश्य रखनी चाहिए।  अपनी शैक्षणिक  पृष्ठभूमि से जुड़े महत्वपूर्ण विषयो का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए।  इस के साथ साथ उस संस्था, जिस में नियुक्ति के लिए आवेदन किया गया है , के बारे में भी पूर्ण जानकारी रखनी चाहिए। 


सब से महत्वपूर्ण  बात है कि आप जो भी उतर दे , उस के प्रति पूर्णतः आश्वस्त रहे। यदि कोई सवाल नहीं आता है तो बिना भय के 'न' कह दे एवं इस के लिए इस के लिए क्षमा मांग ले , 


यही नहीं , उच्चतम योग्यता एवं व्यावसायिक योग्यता से संबंधित विस्स्तृत जानकारी भी रखे क्योकि इस से सम्बंधित जानकारी अक्सर पूछी जाती है , साथ ही , इस बात का भी ध्यान रखे की कभी भी साक्षात्कार  बोर्ड को मुर्ख बनाने का  प्रयास न करे क्योकि उस में बैठे व्यक्ति अपने अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ होते है। 


साक्षात्कार की तैयारी ( Interview Preparation ) :


साक्षात्कार की तैयारी के लिए अच्छी पुस्तकों व पत्रपत्रिकाओ के अध्ययन के आलावा रेडियो सुनना एवं टीवी देखना भी लाभकारी  होता है , जिस दिन साक्षात्कार हो , उस रात को ज्यादा  पढ़े बल्कि जल्दी सोने का प्रयास करे , साक्षात्कार के दिन पूरी तरह 

तनावमुक्त रहे , समय से पहले साक्षात्कार स्थल पहुंच जाये तथा वह अपने आप को उपस्थित अन्य उम्मीदवारों से बातचित में व्यस्त रखे ताकि व्यर्थ की बाते सोचने का मौका न मिले। 


शिष्टाचार ( Manners ) :


साक्षात्कार कक्ष में कैसे प्रवेश करे तथा  शिष्टाचार का कैसे ध्यान रखें - ये बाते भी ध्यान देने योग्य है, साक्षात्कार कक्ष में प्रवेश करने से पूर्व आपने आप लो , अपनी मनोस्थिति , हावभाव , आचारविचार व्यवहार को सामान्य बना लें , साक्षात्कार कक्ष  में प्रवेश करते समय   अपना  दांया  पैर आगे रखे एवं प्रवेश करने के बिना पीछे मुद्दे एकक हाथ से प्रवेशद्वार धीरे से बंद कर दे , हां  , प्रवेश करने से पहले अनुमति अवश्य  कहें, फिर मुस्कराते हुए बोर्ड की ओर ढृढ़ कदमो से बढे।  याद रखे , उम्मीदवार की चल में उस ढृढ़ता और आत्मविश्वास झलकता है , बोर्ड के सदस्यों का अभिवादन करना कतई भूले , आज्ञा मिलने पर ही बैठे एवं फिर से धन्यवाद अवश्य कहें  , इस बात का भी खयाल रखे की साक्षात्कार लेने वालो की मेज की तरफ ना झुके और न ही उसे छुए। वहाँ रखी किसी भी चीज को ना छुए। न ही शर्ट  के बटन , टाई आदि से छेड़खानी करें। फिर देखे की आपको साक्षात्कार में सफलता कैसे नहीं मिलती। 




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